झमाझम बारिश से इस साल तीसरी बार साफ हुई नई दिल्ली की हवा, वायु गुणवत्ता 50 अंक के पार
झमाझम बरसात ने राजधानी दिल्ली की बेहद साफ हवा का तोहफा दिया है। गुरुवार के दिन राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 के अंक पर रहा। साल में यह तीसरा मौका है जब हवा इतनी ज्यादा साफ-सुथरी रही। दिल्ली की हवा में आमतौर पर प्रदूषक कणों की मात्रा मानकों से ज्यादा रहती है। लेकिन, इस बार पहले तो लॉकडाउन और फिर अच्छे मानसून की वजह से हवा पहले की तुलना में लगातार साफ-सुथरी बनी हुई है। यहां तक कि मार्च महीने के बाद से ऐसे मौके कम ही आए हैं जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 के अंक के ऊपर हो।
आमतौर पर वायु गुणवत्ता सूचकांक संतोषजनक श्रेणी में रहा है। लेकिन, इसमें भी दो मौके आए हैं जिसमें हवा सबसे ज्यादा साफ-सुथरी रही है। लॉकडाउन-1 की घोषणा के बाद 28 मार्च को वायु गुणवत्ता सूचकांक 45 के अंक पर रहा था। यह अभी तक इस साल का सबसे ज्यादा साफ-सुथरी हवा वाला दिन था। जबकि, 13 अगस्त के दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 के अंक पर रिकार्ड किया गया था। गुरुवार के दिन भी सूचकांक 50 के अंक पर रहा। इस अनुसार यह साल का तीसरा सबसे साफ-सुथरा दिन रहा। इस स्तर की हवा को अच्छी या गुड श्रेणी में रखा जाता है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक के मानक
वायु गुणवत्ता सूचकांक में शून्य से लेकर 50 तक के अंक को गुड या अच्छा श्रेणी में रखा जाता है। जबकि, 51 से लेकर 100 के अंक तक वाले सूचकांक को संतोषजनक श्रेणी में रखा जाता है। 101 से 200 तक मध्यम, 201 से 300 तक खराब, 301 से 400 तक को बेहद खराब और 401 से 500 तक के अंक को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है।
सामान्य से पांच डिग्री कम हुआ तापमान
गुरुवार के दिन दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। इसके चलते तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र में दिन का अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से पांच डिग्री कम है। वहीं, न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से दो डिग्री कम है।
आयानगर पर बादल सबसे ज्यादा मेहरबान
राजधानी दिल्ली के आयानगर क्षेत्र पर बादलों की मेहरबानी सबसे ज्यादा रही। यहां पर बीते छत्तीस घंटों में 132.9 मिलीमीटर बरसात रिकार्ड की गई है। जबकि, सफदरजंग में 63.0 मिलीमीटर, पालम में 95.5 मिलीमीटर, लोधी रोड पर 70.2 और रिज क्षेत्र में 70.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है।
सामान्य से पंद्रह फीसदी ज्यादा बारिश
मानसून का असर इस बार राजधानी के मौसम पर अलग-अलग रहा है। अगस्त महीने के पहले बारह दिन आमतौर पर सूखे ही साबित हुए थे। सफदरजंग मौसम केन्द्र में 12 अगस्त तक सामान्य से 72 फीसदी तक कम बरसात रिकार्ड की गई थी। यहां तक कि इसे बीते दस सालों में सबसे कम बारिश वाला अगस्त महीना माना जा रहा था। लेकिन, इसके बाद मानसून ने अपना रंग दिखाया और झमाझम बरसात वाले तीन-चार दिनों के चलते अब बारिश का आंकड़ा ज्यादा हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक 20 अगस्त तक सफदरजंग केन्द्र में सामान्य तौर पर 176.5 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन, इस बार अभी तक 202.2 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है। यह सामान्य से 15 फीसदी ज्यादा है।
अगले दो दिन हल्की बरसात की संभावना
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिनों के बीच में राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बरसात हो सकती है। इस बीच कहीं-कहीं मध्यम बारिश के भी एक-दो दौर आ सकते हैं। राजधानी के आसमान पर बादल छाए रहेंगे।